लगभग हर घर के किचन में पाए जाने वाले छोटे से अजवाइन के डायबिटीज में बड़े-बड़े फायदे हैं। ,मधुमेह के लिए अजवाइन का सेवन करने के लिए पांच से भी ज्यादा लाभ आपको इस ब्लॉग में पढ़ने को मिलेंगे। तो शुगर में अजवाइन के फायदे जाननें और अजवाइन के नुकसान से बचने के लिए, यहां दिए गए तरीके से करें अजवाइन का सेवन।
विषय सूची :
जी हाँ, डायबिटीज में अजवाइन खा सकते हैं। अजवाइन में मौजूद प्रोटीन धीरे-धीरे पचता है, जो शुगर के अवशोषण को धीमा कर सकता है। साथ ही अजवाइन में भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है, जो न सिर्फ ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है, बल्कि लंबे समय तक पेट को भरा रख सकता है। इससे अतिरिक्त आहार के सेवन से बचा जा सकता है, जिससे कि डायबिटीज में वजन बढ़ने के जोखिम को भी कम किया जा सकता है।
मधुमेह के घरेलू उपचार में अजवाइन को इसमें मौजूद गुणों और पोषक तत्वों के वजह से शामिल करने की सलाह दी जाती है। आगे टेबल के माध्यम से अजवाइन के पोषक तत्वों की जानकारी दी गई है ।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 g |
ऊर्जा | 238 kcal |
प्रोटीन | 23.81 g |
कार्बोहायड्रेट | 47.62 g |
फाइबर | 47.6 g |
कैल्शियम | 667 mg |
आयरन | 16.19 mg |
पोटैशियम | 1333 mg |
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड | 0.62 g |
डायबिटीज की स्थिति में पाचन से जुड़ी समस्या होना सामान्य है। हालांकि, यह जरूरी है कि इस पर वक्त रहते ध्यान दिया जाए। ऐसे में शुगर में अजवाइन के फायदे डाइजेशन यानी पाचन क्रिया को बेहतर करना शामिल है। दरअसल, अजवाइन में कई एक्टिव एंजाइम्स हैं, जो पाचन क्रिया में सुधार कर सकते हैं।
डायबिटीज में वजन संतुलित रखना काफी जरूरी है। वहीं, अजवाइन के पोषक तत्वों की सूची में फाइबर भी मौजूद है। तो फाइबर खाने को पचाने के साथ ही लंबे समय तक पेट को भरा रख सकता है। इससे अधिक भूख नहीं लगती और व्यक्ति बार-बार खाने से बच सकता है। जिससे डायबिटीज में वजन या मोटापा बढ़ने का जोखिम कम हो सकता है।
मधुमेह के लिए अजवाइन के फायदे रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए भी हो सकते हैं। रिसर्च के मुताबिक, अजवाइन में थाइमोल (thymol - एक तरह का यौगिक) पाया जाता है, जो रक्तचाप को कम कर सकता है।
इसके साथ ही इसमें एंटीह्यपरटेंसिव गुण भी मौजूद होता है। इससे डायबिटीज में हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम किया जा सकता है। जिससे धमनियों को क्षति पहुँचने से रोका जा सकता है और ह्रदय रोग के रिस्क को भी कम किया जा सकता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने के घरेलू उपाय में अजवाइन को शामिल करना कई मायनों में लाभकारी हो सकता है। इसमें इम्यून बूस्टिंग गुण होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का काम कर सकता है। इससे डायबिटीज के दौरान होने वाली छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं और वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण को दूर रखने में मदद मिल सकती है।
डायबिटीज में अजवाइन खाने के फायदे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, अजवाइन में एंटीहाइपरलिपिडेमिक प्रभाव (antihyperlipidemic - कोलेस्ट्रॉल कम करने का प्रभाव) होता है, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम कर सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ा सकता है।
दरअसल, डायबिटीज में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का जोखिम बना रहता है, जिससे आगे चलकर ह्रदय रोग और स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। ऐसे में अजवाइन के सेवन से इस जोखिम को कम किया जा सकता है।
शुगर में अजवाइन के फायदे हृदय स्वास्थ्य पर भी देखे जा सकते हैं। अजवाइन में कार्डिओप्रोटेक्टिव प्रभाव (cardioprotective) होता है, जो हृदय को सुरक्षित रखने का काम कर सकता है। इससे डायबिटीज में हृदय को नुकसान होने से बचाया जा सकता है।
डायबिटीज पेशेंट्स में हड्डियों से जुड़ी समस्या जैसे - हाथ-पैरों और जोड़ों में दर्द की शिकायत कई बार सुनने को मिलती है। ऐसे में हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए अजवाइन का सेवन लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इसमें कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में सहायक हो सकता है।
डायबिटीज में अजवाइन खाने का सही समय:
डायबिटीज में कितना अजवाइन खाना चाहिए :
डायबिटीज में अजवाइन को कुछ इस तरह खाएं:
नोट: ध्यान रहे अजवाइन मधुमेह की दवा का रिप्लेसमेंट नहीं है। इसलिए अपनी डायबिटीज की दवा भी नियमित तौर पर लेते रहें।
उम्मीद है शुगर में अजवाइन के फायदे जानने के बाद आप इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाह रहे होंगे। हालांकि, ध्यान रहे जिन खाद्य पदार्थों को औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है, उन्हें शुगर में अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह भी जरूर लें। इसलिए, मधुमेह के लिए अजवाइन के उपयोग से जुड़े एक्सपर्ट एडवाइस के लिए आप Phable ऐप की भी मदद ले सकते हैं।
क्या आप नैचुरल तरीके से शुगर कण्ट्रोल करना चाहते हैं, तो आजमाइए मेथी का घरेलू नुस्खा। जानिए शुगर में मेथी के फायदे और कैसे करें इसका सेवन।
और पढ़ेंयहां है शुगर में कलौंजी के फायदे से जुड़े कई सवालों के जवाब। तो इन्हें जानने के बाद आप कलौंजी को अपने आहार में शामिल करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
और पढ़ेंशुगर में चिरायता के फायदे तभी होते हैं, जब इसे सावधानी के साथ लिया जाए। यहां से मधुमेह में चिरायता लेने से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
और पढ़ें